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तत्र श्लोकाः-  
 
तत्र श्लोकाः-  
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पञ्चपञ्चकमुद्दिष्टं मनो हेतुचतुष्टयम्|  
 
पञ्चपञ्चकमुद्दिष्टं मनो हेतुचतुष्टयम्|  
 
इन्द्रियोपक्रमेऽध्याये सद्वृत्तमखिलेन च||३०||  
 
इन्द्रियोपक्रमेऽध्याये सद्वृत्तमखिलेन च||३०||  

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