Line 1,187: |
Line 1,187: |
| <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> | | <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> |
| | | |
− | सूक्ष्मानना बहुस्रावाः कोषवन्तश्च ये व्रणाः | | + | सूक्ष्मानना बहुस्रावाः कोषवन्तश्च ये व्रणाः | <br /> |
− | न च मर्माश्रितास्तेषामेषणं हितमुच्यते ||८०|| | + | न च मर्माश्रितास्तेषामेषणं हितमुच्यते ||८०|| <br /> |
| | | |
− | द्विविधामेषणीं विद्यान्मृद्वीं च कठिनामपि | | + | द्विविधामेषणीं विद्यान्मृद्वीं च कठिनामपि | <br /> |
− | औद्भिदैर्मृदुभिर्नालैर्लोहानां वा शलाकया ||८१|| | + | औद्भिदैर्मृदुभिर्नालैर्लोहानां वा शलाकया ||८१|| <br /> |
| | | |
− | गम्भीरे मांसले देशे पाट्यं लौहशलाकया | | + | गम्भीरे मांसले देशे पाट्यं लौहशलाकया | <br /> |
− | एष्यं विद्याद्व्रणं नालैर्विपरीतमतो भिषक् ||८२|| | + | एष्यं विद्याद्व्रणं नालैर्विपरीतमतो भिषक् ||८२|| <br /> |
| <div class="mw-collapsible-content"> | | <div class="mw-collapsible-content"> |
| | | |
− | sūkṣmānanā bahusrāvāḥ kōṣavantaśca yē vraṇāḥ| | + | sūkṣmānanā bahusrāvāḥ kōṣavantaśca yē vraṇāḥ| <br /> |
− | na ca marmāśritāstēṣāmēṣaṇaṁ hitamucyatē||80|| | + | na ca marmāśritāstēṣāmēṣaṇaṁ hitamucyatē||80|| <br /> |
| | | |
− | dvividhāmēṣaṇīṁ vidyānmr̥dvīṁ ca kaṭhināmapi| | + | dvividhāmēṣaṇīṁ vidyānmr̥dvīṁ ca kaṭhināmapi| <br /> |
− | audbhidairmr̥dubhirnālairlōhānāṁ vā śalākayā||81|| | + | audbhidairmr̥dubhirnālairlōhānāṁ vā śalākayā||81|| <br /> |
| | | |
− | gambhīrē māṁsalē dēśē pāṭyaṁ lauhaśalākayā| | + | gambhīrē māṁsalē dēśē pāṭyaṁ lauhaśalākayā| <br /> |
− | ēṣyaṁ vidyādvraṇaṁ nālairviparītamatō bhiṣak||82|| | + | ēṣyaṁ vidyādvraṇaṁ nālairviparītamatō bhiṣak||82||<br /> |
| | | |
− | sUkShmAnanA bahusrAvAH koShavantashca ye vraNAH | | + | sUkShmAnanA bahusrAvAH koShavantashca ye vraNAH | <br /> |
− | na ca marmAshritAsteShAmeShaNaM hitamucyate ||80|| | + | na ca marmAshritAsteShAmeShaNaM hitamucyate ||80|| <br /> |
| | | |
− | dvividhAmeShaNIM vidyAnmRudvIM ca kaThinAmapi | | + | dvividhAmeShaNIM vidyAnmRudvIM ca kaThinAmapi | <br /> |
− | audbhidairmRudubhirnAlairlohAnAM vA shalAkayA ||81|| | + | audbhidairmRudubhirnAlairlohAnAM vA shalAkayA ||81|| <br /> |
| | | |
− | gambhIre mAMsale deshe pATyaM lauhashalAkayA | | + | gambhIre mAMsale deshe pATyaM lauhashalAkayA | <br /> |
− | eShyaM vidyAdvraNaM nAlairviparItamato bhiShak ||82|| | + | eShyaM vidyAdvraNaM nAlairviparItamato bhiShak ||82||<br /> |
| </div></div> | | </div></div> |
| | | |
Line 1,221: |
Line 1,221: |
| <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> | | <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> |
| | | |
− | पूतिगन्धान् विवर्णांश्च बहुस्रावान्महारुजः | | + | पूतिगन्धान् विवर्णांश्च बहुस्रावान्महारुजः | <br /> |
− | व्रणानशुद्धान् विज्ञाय शोधनैः समुपाचरेत् ||८३|| | + | व्रणानशुद्धान् विज्ञाय शोधनैः समुपाचरेत् ||८३|| <br /> |
| | | |
− | त्रिफला खदिरो दार्वी न्यग्रोधादिर्बला [१] कुशः | | + | त्रिफला खदिरो दार्वी न्यग्रोधादिर्बला [१] कुशः | <br /> |
− | निम्बकोलकपत्राणि कषायाः शोधना मताः ||८४|| | + | निम्बकोलकपत्राणि कषायाः शोधना मताः ||८४|| <br /> |
| | | |
− | तिलकल्कः सलवणो द्वे हरिद्रे त्रिवृद्धृतम् | | + | तिलकल्कः सलवणो द्वे हरिद्रे त्रिवृद्धृतम् | <br /> |
− | मधुकं निम्बपत्राणि प्रलेपो व्रणशोधनः ||८५|| | + | मधुकं निम्बपत्राणि प्रलेपो व्रणशोधनः ||८५|| <br /> |
| <div class="mw-collapsible-content"> | | <div class="mw-collapsible-content"> |
| | | |
− | pūtigandhān vivarṇāṁśca bahusrāvānmahārujaḥ| | + | pūtigandhān vivarṇāṁśca bahusrāvānmahārujaḥ| <br /> |
− | vraṇānaśuddhān vijñāya śōdhanaiḥ samupācarēt||83|| | + | vraṇānaśuddhān vijñāya śōdhanaiḥ samupācarēt||83|| <br /> |
| | | |
− | triphalā khadirō dārvī nyagrōdhādirbalā [1] kuśaḥ| | + | triphalā khadirō dārvī nyagrōdhādirbalā [1] kuśaḥ| <br /> |
− | nimbakōlakapatrāṇi kaṣāyāḥ śōdhanā matāḥ||84|| | + | nimbakōlakapatrāṇi kaṣāyāḥ śōdhanā matāḥ||84|| <br /> |
| | | |
− | tilakalkaḥ salavaṇō dvē haridrē trivr̥ddhr̥tam| | + | tilakalkaḥ salavaṇō dvē haridrē trivr̥ddhr̥tam| <br /> |
− | madhukaṁ nimbapatrāṇi pralēpō vraṇaśōdhanaḥ||85|| | + | madhukaṁ nimbapatrāṇi pralēpō vraṇaśōdhanaḥ||85|| <br /> |
| | | |
− | pUtigandhAn vivarNAMshca bahusrAvAnmahArujaH | | + | pUtigandhAn vivarNAMshca bahusrAvAnmahArujaH | <br /> |
− | vraNAnashuddhAn vij~jAya shodhanaiH samupAcaret ||83|| | + | vraNAnashuddhAn vij~jAya shodhanaiH samupAcaret ||83|| <br /> |
| | | |
− | triphalA khadiro dArvI nyagrodhAdirbalA [1] kushaH | | + | triphalA khadiro dArvI nyagrodhAdirbalA [1] kushaH | <br /> |
− | nimbakolakapatrANi kaShAyAH shodhanA matAH ||84|| | + | nimbakolakapatrANi kaShAyAH shodhanA matAH ||84|| <br /> |
| | | |
− | tilakalkaH salavaNo dve haridre trivRuddhRutam | | + | tilakalkaH salavaNo dve haridre trivRuddhRutam | <br /> |
− | madhukaM nimbapatrANi pralepo vraNashodhanaH ||85|| | + | madhukaM nimbapatrANi pralepo vraNashodhanaH ||85||<br /> |
| </div></div> | | </div></div> |
| | | |
Line 1,255: |
Line 1,255: |
| <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> | | <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> |
| | | |
− | नातिरक्तो नातिपाण्डुर्नातिश्यावो न चातिरुक् | | + | नातिरक्तो नातिपाण्डुर्नातिश्यावो न चातिरुक् | <br /> |
− | न चोत्सन्नो न चोत्सङ्गी शुद्धो रोप्यः परं व्रणः ||८६|| | + | न चोत्सन्नो न चोत्सङ्गी शुद्धो रोप्यः परं व्रणः ||८६|| <br /> |
| | | |
− | न्यग्रोधोदुम्बराश्वत्थकदम्बप्लक्षवेतसाः | | + | न्यग्रोधोदुम्बराश्वत्थकदम्बप्लक्षवेतसाः | <br /> |
− | करवीरार्ककुटजाः कषाया व्रणरोपणाः ||८७|| | + | करवीरार्ककुटजाः कषाया व्रणरोपणाः ||८७|| <br /> |
| | | |
− | चन्दनं पद्मकिञ्जल्कं दार्वीत्वङ्नीलमुत्पलम् | | + | चन्दनं पद्मकिञ्जल्कं दार्वीत्वङ्नीलमुत्पलम् | <br /> |
− | मेदे मूर्वा समङ्गा च यष्ट्याह्वं व्रणरोपणम् ||८८|| | + | मेदे मूर्वा समङ्गा च यष्ट्याह्वं व्रणरोपणम् ||८८|| <br /> |
| | | |
− | प्रपौण्डरीकं जीवन्ती गोजिह्वा धातकी बला | | + | प्रपौण्डरीकं जीवन्ती गोजिह्वा धातकी बला | <br /> |
− | रोपणं सतिलं दद्यात् प्रलेपं सघृतं व्रणे ||८९|| | + | रोपणं सतिलं दद्यात् प्रलेपं सघृतं व्रणे ||८९|| <br /> |
| | | |
− | कम्पिल्लकं विडङ्गानि वत्सकं त्रिफलां बलाम् | | + | कम्पिल्लकं विडङ्गानि वत्सकं त्रिफलां बलाम् | <br /> |
− | पटोलं पिचुमर्दं च लोध्रं मुस्तं प्रियङ्गुकम् ||९०|| | + | पटोलं पिचुमर्दं च लोध्रं मुस्तं प्रियङ्गुकम् ||९०|| <br /> |
| | | |
− | खदिरं धातकीं सर्जमेलामगुरुचन्दने | | + | खदिरं धातकीं सर्जमेलामगुरुचन्दने | <br /> |
− | पिष्ट्वा साध्यं भवेत्तैलं तत् परं व्रणरोपणम् ||९१|| | + | पिष्ट्वा साध्यं भवेत्तैलं तत् परं व्रणरोपणम् ||९१|| <br /> |
| | | |
− | प्रपौण्डरीकं मधुकं काकोल्यौ द्वे च चन्दने | | + | प्रपौण्डरीकं मधुकं काकोल्यौ द्वे च चन्दने | <br /> |
− | सिद्धमेतैः समैस्तैलं परं स्याद्व्रणरोपणम् ||९२|| | + | सिद्धमेतैः समैस्तैलं परं स्याद्व्रणरोपणम् ||९२|| <br /> |
| | | |
− | दूर्वास्वरससिद्धं वा तैलं कम्पिल्लकेन वा | | + | दूर्वास्वरससिद्धं वा तैलं कम्पिल्लकेन वा | <br /> |
− | दार्वीत्वचश्च कल्केन प्रधानं व्रणरोपणम् ||९३|| | + | दार्वीत्वचश्च कल्केन प्रधानं व्रणरोपणम् ||९३|| <br /> |
| | | |
− | येनैव विधिना तैलं घृतं तेनैव साधयेत् | | + | येनैव विधिना तैलं घृतं तेनैव साधयेत् | <br /> |
− | रक्तपित्तोत्तरं दृष्ट्वा रोपणीयं व्रणं भिषक् ||९४| | + | रक्तपित्तोत्तरं दृष्ट्वा रोपणीयं व्रणं भिषक् ||९४| <br /> |
| <div class="mw-collapsible-content"> | | <div class="mw-collapsible-content"> |
| | | |
− | nātiraktō nātipāṇḍurnātiśyāvō na cātiruk| | + | nātiraktō nātipāṇḍurnātiśyāvō na cātiruk| <br /> |
− | na cōtsannō na cōtsaṅgī śuddhō rōpyaḥ paraṁ vraṇaḥ||86|| | + | na cōtsannō na cōtsaṅgī śuddhō rōpyaḥ paraṁ vraṇaḥ||86|| <br /> |
| | | |
− | nyagrōdhōdumbarāśvatthakadambaplakṣavētasāḥ| | + | nyagrōdhōdumbarāśvatthakadambaplakṣavētasāḥ| <br /> |
− | karavīrārkakuṭajāḥ kaṣāyā vraṇarōpaṇāḥ||87|| | + | karavīrārkakuṭajāḥ kaṣāyā vraṇarōpaṇāḥ||87|| <br /> |
| | | |
− | candanaṁ padmakiñjalkaṁ dārvītvaṅnīlamutpalam| | + | candanaṁ padmakiñjalkaṁ dārvītvaṅnīlamutpalam| <br /> |
− | mēdē mūrvā samaṅgā ca yaṣṭyāhvaṁ vraṇarōpaṇam||88|| | + | mēdē mūrvā samaṅgā ca yaṣṭyāhvaṁ vraṇarōpaṇam||88|| <br /> |
| | | |
− | prapauṇḍarīkaṁ jīvantī gōjihvā dhātakī balā| | + | prapauṇḍarīkaṁ jīvantī gōjihvā dhātakī balā| <br /> |
− | rōpaṇaṁ satilaṁ dadyāt pralēpaṁ saghr̥taṁ vraṇē||89|| | + | rōpaṇaṁ satilaṁ dadyāt pralēpaṁ saghr̥taṁ vraṇē||89|| <br /> |
| | | |
− | kampillakaṁ viḍaṅgāni vatsakaṁ triphalāṁ balām| | + | kampillakaṁ viḍaṅgāni vatsakaṁ triphalāṁ balām| <br /> |
− | paṭōlaṁ picumardaṁ ca lōdhraṁ mustaṁ priyaṅgukam||90|| | + | paṭōlaṁ picumardaṁ ca lōdhraṁ mustaṁ priyaṅgukam||90|| <br /> |
| | | |
− | khadiraṁ dhātakīṁ sarjamēlāmagurucandanē| | + | khadiraṁ dhātakīṁ sarjamēlāmagurucandanē| <br /> |
− | piṣṭvā sādhyaṁ bhavēttailaṁ tat paraṁ vraṇarōpaṇam||91|| | + | piṣṭvā sādhyaṁ bhavēttailaṁ tat paraṁ vraṇarōpaṇam||91|| <br /> |
| | | |
− | prapauṇḍarīkaṁ madhukaṁ kākōlyau dvē ca candanē| | + | prapauṇḍarīkaṁ madhukaṁ kākōlyau dvē ca candanē| <br /> |
− | siddhamētaiḥ samaistailaṁ paraṁ syādvraṇarōpaṇam||92|| | + | siddhamētaiḥ samaistailaṁ paraṁ syādvraṇarōpaṇam||92|| <br /> |
| | | |
− | dūrvāsvarasasiddhaṁ vā tailaṁ kampillakēna vā| | + | dūrvāsvarasasiddhaṁ vā tailaṁ kampillakēna vā| <br /> |
− | dārvītvacaśca kalkēna pradhānaṁ vraṇarōpaṇam||93|| | + | dārvītvacaśca kalkēna pradhānaṁ vraṇarōpaṇam||93|| <br /> |
| | | |
− | yēnaiva vidhinā tailaṁ ghr̥taṁ tēnaiva sādhayēt| | + | yēnaiva vidhinā tailaṁ ghr̥taṁ tēnaiva sādhayēt| <br /> |
− | raktapittōttaraṁ dr̥ṣṭvā rōpaṇīyaṁ vraṇaṁ bhiṣak||94|| | + | raktapittōttaraṁ dr̥ṣṭvā rōpaṇīyaṁ vraṇaṁ bhiṣak||94|| <br /> |
| | | |
− | | nAtirakto nAtipANDurnAtishyAvo na cAtiruk | | + | | nAtirakto nAtipANDurnAtishyAvo na cAtiruk | <br /> |
− | na cotsanno na cotsa~ggI shuddho ropyaH paraM vraNaH ||86|| | + | na cotsanno na cotsa~ggI shuddho ropyaH paraM vraNaH ||86|| <br /> |
| | | |
− | nyagrodhodumbarAshvatthakadambaplakShavetasAH | | + | nyagrodhodumbarAshvatthakadambaplakShavetasAH | <br /> |
− | karavIrArkakuTajAH kaShAyA vraNaropaNAH ||87|| | + | karavIrArkakuTajAH kaShAyA vraNaropaNAH ||87|| <br /> |
| | | |
− | candanaM padmaki~jjalkaM dArvItva~gnIlamutpalam | | + | candanaM padmaki~jjalkaM dArvItva~gnIlamutpalam | <br /> |
− | mede mUrvA sama~ggA ca yaShTyAhvaM vraNaropaNam ||88|| | + | mede mUrvA sama~ggA ca yaShTyAhvaM vraNaropaNam ||88|| <br /> |
| | | |
− | prapauNDarIkaM jIvantI gojihvA dhAtakI balA | | + | prapauNDarIkaM jIvantI gojihvA dhAtakI balA | <br /> |
− | ropaNaM satilaM dadyAt pralepaM saghRutaM vraNe ||89|| | + | ropaNaM satilaM dadyAt pralepaM saghRutaM vraNe ||89|| <br /> |
| | | |
− | kampillakaM viDa~ggAni vatsakaM triphalAM balAm | | + | kampillakaM viDa~ggAni vatsakaM triphalAM balAm | <br /> |
− | paTolaM picumardaM ca lodhraM mustaM priya~ggukam ||90|| | + | paTolaM picumardaM ca lodhraM mustaM priya~ggukam ||90|| <br /> |
| | | |
− | khadiraM dhAtakIM sarjamelAmagurucandane | | + | khadiraM dhAtakIM sarjamelAmagurucandane | <br /> |
− | piShTvA sAdhyaM bhavettailaM tat paraM vraNaropaNam ||91|| | + | piShTvA sAdhyaM bhavettailaM tat paraM vraNaropaNam ||91|| <br /> |
| | | |
− | prapauNDarIkaM madhukaM kAkolyau dve ca candane | | + | prapauNDarIkaM madhukaM kAkolyau dve ca candane | <br /> |
− | siddhametaiH samaistailaM paraM syAdvraNaropaNam ||92|| | + | siddhametaiH samaistailaM paraM syAdvraNaropaNam ||92|| <br /> |
| | | |
− | dUrvAsvarasasiddhaM vA tailaM kampillakena vA | | + | dUrvAsvarasasiddhaM vA tailaM kampillakena vA | <br /> |
− | dArvItvacashca kalkena pradhAnaM vraNaropaNam ||93|| | + | dArvItvacashca kalkena pradhAnaM vraNaropaNam ||93|| <br /> |
| | | |
− | yenaiva vidhinA tailaM ghRutaM tenaiva sAdhayet | | + | yenaiva vidhinA tailaM ghRutaM tenaiva sAdhayet | <br /> |
− | raktapittottaraM dRuShTvA ropaNIyaM vraNaM bhiShak ||94|| | + | raktapittottaraM dRuShTvA ropaNIyaM vraNaM bhiShak ||94||<br /> |
| </div></div> | | </div></div> |
| | | |
Line 1,345: |
Line 1,345: |
| <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> | | <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> |
| | | |
− | कदम्बार्जुननिम्बानां पाटल्याः पिप्पलस्य च | | + | कदम्बार्जुननिम्बानां पाटल्याः पिप्पलस्य च | <br /> |
− | व्रणप्रच्छादने विद्वान् पत्राण्यर्कस्य चादिशेत् ||९५|| | + | व्रणप्रच्छादने विद्वान् पत्राण्यर्कस्य चादिशेत् ||९५|| <br /> |
| | | |
− | वार्क्षोऽथवाऽऽजिनः क्षौमः पट्टो व्रणहितः स्मृतः | | + | वार्क्षोऽथवाऽऽजिनः क्षौमः पट्टो व्रणहितः स्मृतः | <br /> |
− | बन्धश्च द्विविधः शस्तो व्रणानां सव्यदक्षिणः ||९६|| | + | बन्धश्च द्विविधः शस्तो व्रणानां सव्यदक्षिणः ||९६|| <br /> |
| <div class="mw-collapsible-content"> | | <div class="mw-collapsible-content"> |
| | | |
− | kadambārjunanimbānāṁ pāṭalyāḥ pippalasya ca| | + | kadambārjunanimbānāṁ pāṭalyāḥ pippalasya ca| <br /> |
− | vraṇapracchādanē vidvān patrāṇyarkasya cādiśēt||95|| | + | vraṇapracchādanē vidvān patrāṇyarkasya cādiśēt||95|| <br /> |
| | | |
− | vārkṣō'thavā''jinaḥ kṣaumaḥ paṭṭō vraṇahitaḥ smr̥taḥ| | + | vārkṣō'thavā''jinaḥ kṣaumaḥ paṭṭō vraṇahitaḥ smr̥taḥ| <br /> |
− | bandhaśca dvividhaḥ śastō vraṇānāṁ savyadakṣiṇaḥ||96|| | + | bandhaśca dvividhaḥ śastō vraṇānāṁ savyadakṣiṇaḥ||96|| <br /> |
| | | |
− | kadambArjunanimbAnAM pATalyAH pippalasya ca | | + | kadambArjunanimbAnAM pATalyAH pippalasya ca | <br /> |
− | vraNapracchAdane vidvAn patrANyarkasya cAdishet ||95|| | + | vraNapracchAdane vidvAn patrANyarkasya cAdishet ||95|| <br /> |
| | | |
− | vArkSho~athavA~a~ajinaH kShaumaH paTTo vraNahitaH smRutaH | | + | vArkSho~athavA~a~ajinaH kShaumaH paTTo vraNahitaH smRutaH | <br /> |
− | bandhashca dvividhaH shasto vraNAnAM savyadakShiNaH ||96|| | + | bandhashca dvividhaH shasto vraNAnAM savyadakShiNaH ||96||<br /> |
| </div></div> | | </div></div> |
| | | |
Line 1,370: |
Line 1,370: |
| <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> | | <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> |
| | | |
− | लवणाम्लकटूष्णानि विदाहीनि गुरूणि च | | + | लवणाम्लकटूष्णानि विदाहीनि गुरूणि च | <br /> |
− | वर्जयेदन्नपानानि व्रणी मैथुनमेव च ||९७|| | + | वर्जयेदन्नपानानि व्रणी मैथुनमेव च ||९७|| <br /> |
| | | |
− | नातिशीतगुरुस्निग्धमविदाहि यथाव्रणम् | | + | नातिशीतगुरुस्निग्धमविदाहि यथाव्रणम् | <br /> |
− | अन्नपानं व्रणहितं हितं चास्वपनं दिवा ||९८|| | + | अन्नपानं व्रणहितं हितं चास्वपनं दिवा ||९८|| <br /> |
| <div class="mw-collapsible-content"> | | <div class="mw-collapsible-content"> |
| | | |
− | lavaṇāmlakaṭūṣṇāni vidāhīni gurūṇi ca| | + | lavaṇāmlakaṭūṣṇāni vidāhīni gurūṇi ca| <br /> |
− | varjayēdannapānāni vraṇī maithunamēva ca||97|| | + | varjayēdannapānāni vraṇī maithunamēva ca||97|| <br /> |
| | | |
− | nātiśītagurusnigdhamavidāhi yathāvraṇam| | + | nātiśītagurusnigdhamavidāhi yathāvraṇam| <br /> |
− | annapānaṁ vraṇahitaṁ hitaṁ cāsvapanaṁ divā||98|| | + | annapānaṁ vraṇahitaṁ hitaṁ cāsvapanaṁ divā||98|| <br /> |
| | | |
− | lavaNAmlakaTUShNAni vidAhIni gurUNi ca | | + | lavaNAmlakaTUShNAni vidAhIni gurUNi ca | <br /> |
− | varjayedannapAnAni vraNI maithunameva ca ||97|| | + | varjayedannapAnAni vraNI maithunameva ca ||97|| <br /> |
| | | |
− | nAtishItagurusnigdhamavidAhi yathAvraNam | | + | nAtishItagurusnigdhamavidAhi yathAvraNam | <br /> |
− | annapAnaM vraNahitaM hitaM cAsvapanaM divA ||98|| | + | annapAnaM vraNahitaM hitaM cAsvapanaM divA ||98|| <br /> |
| </div></div> | | </div></div> |
| | | |
Line 1,395: |
Line 1,395: |
| <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> | | <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> |
| | | |
− | स्तन्यानि जीवनीयानि बृंहणीयानि यानि च | | + | स्तन्यानि जीवनीयानि बृंहणीयानि यानि च | <br /> |
− | उत्सादनार्थं निम्नानां व्रणानां तानि कल्पयेत् ||९९|| | + | उत्सादनार्थं निम्नानां व्रणानां तानि कल्पयेत् ||९९|| <br /> |
| | | |
− | भूर्जग्रन्थ्यश्मकासीसमधोभागानि गुग्गुलुः | | + | भूर्जग्रन्थ्यश्मकासीसमधोभागानि गुग्गुलुः | <br /> |
− | व्रणावसादनं तद्वत् कलविङ्ककपोतविट् ||१००|| | + | व्रणावसादनं तद्वत् कलविङ्ककपोतविट् ||१००||<br /> |
| <div class="mw-collapsible-content"> | | <div class="mw-collapsible-content"> |
| | | |
− | stanyāni jīvanīyāni br̥ṁhaṇīyāni yāni ca| | + | stanyāni jīvanīyāni br̥ṁhaṇīyāni yāni ca|<br /> |
− | utsādanārthaṁ nimnānāṁ vraṇānāṁ tāni kalpayēt||99|| | + | utsādanārthaṁ nimnānāṁ vraṇānāṁ tāni kalpayēt||99|| <br /> |
| | | |
− | bhūrjagranthyaśmakāsīsamadhōbhāgāni gugguluḥ| | + | bhūrjagranthyaśmakāsīsamadhōbhāgāni gugguluḥ| <br /> |
− | vraṇāvasādanaṁ tadvat kalaviṅkakapōtaviṭ||100|| | + | vraṇāvasādanaṁ tadvat kalaviṅkakapōtaviṭ||100|| <br /> |
| | | |
− | stanyAni jIvanIyAni bRuMhaNIyAni yAni ca | | + | stanyAni jIvanIyAni bRuMhaNIyAni yAni ca | <br /> |
− | utsAdanArthaM nimnAnAM vraNAnAM tAni kalpayet ||99|| | + | utsAdanArthaM nimnAnAM vraNAnAM tAni kalpayet ||99|| <br /> |
| | | |
− | bhUrjagranthyashmakAsIsamadhobhAgAni gugguluH | | + | bhUrjagranthyashmakAsIsamadhobhAgAni gugguluH | <br /> |
− | vraNAvasAdanaM tadvat kalavi~gkakapotaviT ||100|| | + | vraNAvasAdanaM tadvat kalavi~gkakapotaviT ||100||<br /> |
| </div></div> | | </div></div> |
| | | |
Line 1,420: |
Line 1,420: |
| <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> | | <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> |
| | | |
− | रुधिरेऽतिप्रवृत्ते तु च्छिन्ने च्छेद्येऽधिमांसके | | + | रुधिरेऽतिप्रवृत्ते तु च्छिन्ने च्छेद्येऽधिमांसके | <br /> |
− | कफग्रन्थिषु गण्डेषु वातस्तम्भानिलार्तिषु ||१०१|| | + | कफग्रन्थिषु गण्डेषु वातस्तम्भानिलार्तिषु ||१०१|| <br /> |
| | | |
− | गूढपूयलसीकेषु गम्भीरेषु स्थिरेषु च | | + | गूढपूयलसीकेषु गम्भीरेषु स्थिरेषु च | <br /> |
− | कलाप्तेषु [१] चाङ्गदेशेषु कर्माग्नेः सम्प्रशस्यते ||१०२|| | + | कलाप्तेषु [१] चाङ्गदेशेषु कर्माग्नेः सम्प्रशस्यते ||१०२|| <br /> |
| | | |
− | मधूच्छिष्टेन तैलेन मज्जक्षौद्रवसाघृतैः | | + | मधूच्छिष्टेन तैलेन मज्जक्षौद्रवसाघृतैः | <br /> |
− | तप्तैर्वा विविधैर्लोहैर्दहेद्दाहविशेषवित् ||१०३|| | + | तप्तैर्वा विविधैर्लोहैर्दहेद्दाहविशेषवित् ||१०३|| <br /> |
| | | |
− | रूक्षाणां सुकुमाराणां गम्भीरान्मारुतोत्तरान् | | + | रूक्षाणां सुकुमाराणां गम्भीरान्मारुतोत्तरान् | <br /> |
− | दहेत् स्नेहमधूच्छिष्टैर्लोहैः क्षौद्रैस्ततोऽन्यथा ||१०४|| | + | दहेत् स्नेहमधूच्छिष्टैर्लोहैः क्षौद्रैस्ततोऽन्यथा ||१०४|| <br /> |
| | | |
− | बालदुर्बलवृद्धानां गर्भिण्या रक्तपित्तिनाम् | | + | बालदुर्बलवृद्धानां गर्भिण्या रक्तपित्तिनाम् | <br /> |
− | तृष्णाज्वरपरीतानामबलानां विषादिनाम् ||१०५|| | + | तृष्णाज्वरपरीतानामबलानां विषादिनाम् ||१०५|| <br /> |
| | | |
− | नाग्निकर्मोपदेष्टव्यं स्नायुमर्मव्रणेषु च | | + | नाग्निकर्मोपदेष्टव्यं स्नायुमर्मव्रणेषु च | <br /> |
− | सविषेषु च शल्येषु नेत्रकुष्ठव्रणेषु च ||१०६|| | + | सविषेषु च शल्येषु नेत्रकुष्ठव्रणेषु च ||१०६|| <br /> |
| <div class="mw-collapsible-content"> | | <div class="mw-collapsible-content"> |
| | | |
− | rudhirē'tipravr̥ttē tu cchinnē cchēdyē'dhimāṁsakē| | + | rudhirē'tipravr̥ttē tu cchinnē cchēdyē'dhimāṁsakē| <br /> |
− | kaphagranthiṣu gaṇḍēṣu vātastambhānilārtiṣu||101|| | + | kaphagranthiṣu gaṇḍēṣu vātastambhānilārtiṣu||101|| <br /> |
| | | |
− | gūḍhapūyalasīkēṣu gambhīrēṣu sthirēṣu ca| | + | gūḍhapūyalasīkēṣu gambhīrēṣu sthirēṣu ca| <br /> |
− | kl̥ptēṣu [1] cāṅgadēśēṣu karmāgnēḥ sampraśasyatē||102|| | + | kl̥ptēṣu [1] cāṅgadēśēṣu karmāgnēḥ sampraśasyatē||102|| <br /> |
| | | |
− | madhūcchiṣṭēna tailēna majjakṣaudravasāghr̥taiḥ| | + | madhūcchiṣṭēna tailēna majjakṣaudravasāghr̥taiḥ| <br /> |
− | taptairvā vividhairlōhairdahēddāhaviśēṣavit||103|| | + | taptairvā vividhairlōhairdahēddāhaviśēṣavit||103|| <br /> |
| | | |
− | rūkṣāṇāṁ sukumārāṇāṁ gambhīrānmārutōttarān| | + | rūkṣāṇāṁ sukumārāṇāṁ gambhīrānmārutōttarān| <br /> |
− | dahēt snēhamadhūcchiṣṭairlōhaiḥ kṣaudraistatō'nyathā||104|| | + | dahēt snēhamadhūcchiṣṭairlōhaiḥ kṣaudraistatō'nyathā||104|| <br /> |
| | | |
− | bāladurbalavr̥ddhānāṁ garbhiṇyā raktapittinām| | + | bāladurbalavr̥ddhānāṁ garbhiṇyā raktapittinām| <br /> |
− | tr̥ṣṇājvaraparītānāmabalānāṁ viṣādinām||105|| | + | tr̥ṣṇājvaraparītānāmabalānāṁ viṣādinām||105|| <br /> |
| | | |
− | nāgnikarmōpadēṣṭavyaṁ snāyumarmavraṇēṣu ca| | + | nāgnikarmōpadēṣṭavyaṁ snāyumarmavraṇēṣu ca| <br /> |
− | saviṣēṣu ca śalyēṣu nētrakuṣṭhavraṇēṣu ca||106|| | + | saviṣēṣu ca śalyēṣu nētrakuṣṭhavraṇēṣu ca||106|| <br /> |
| | | |
− | rudhire~atipravRutte tu cchinne cchedye~adhimAMsake | | + | rudhire~atipravRutte tu cchinne cchedye~adhimAMsake | <br /> |
− | kaphagranthiShu gaNDeShu vAtastambhAnilArtiShu ||101|| | + | kaphagranthiShu gaNDeShu vAtastambhAnilArtiShu ||101|| <br /> |
| | | |
− | gUDhapUyalasIkeShu gambhIreShu sthireShu ca | | + | gUDhapUyalasIkeShu gambhIreShu sthireShu ca | <br /> |
− | kLLipteShu [1] cA~ggadesheShu karmAgneH samprashasyate ||102|| | + | kLLipteShu [1] cA~ggadesheShu karmAgneH samprashasyate ||102|| <br /> |
| | | |
− | madhUcchiShTena tailena majjakShaudravasAghRutaiH | | + | madhUcchiShTena tailena majjakShaudravasAghRutaiH | <br /> |
− | taptairvA vividhairlohairdaheddAhavisheShavit ||103|| | + | taptairvA vividhairlohairdaheddAhavisheShavit ||103|| <br /> |
| | | |
− | rUkShANAM sukumArANAM gambhIrAnmArutottarAn | | + | rUkShANAM sukumArANAM gambhIrAnmArutottarAn | <br /> |
− | dahet snehamadhUcchiShTairlohaiH kShaudraistato~anyathA ||104|| | + | dahet snehamadhUcchiShTairlohaiH kShaudraistato~anyathA ||104|| <br /> |
| | | |
− | bAladurbalavRuddhAnAM garbhiNyA raktapittinAm | | + | bAladurbalavRuddhAnAM garbhiNyA raktapittinAm | <br /> |
− | tRuShNAjvaraparItAnAmabalAnAM viShAdinAm ||105|| | + | tRuShNAjvaraparItAnAmabalAnAM viShAdinAm ||105|| <br /> |
| | | |
− | nAgnikarmopadeShTavyaM snAyumarmavraNeShu ca | | + | nAgnikarmopadeShTavyaM snAyumarmavraNeShu ca | <br /> |
− | saviSheShu ca shalyeShu netrakuShThavraNeShu ca ||106|| | + | saviSheShu ca shalyeShu netrakuShThavraNeShu ca ||106||<br /> |
| </div></div> | | </div></div> |
| | | |
Line 1,481: |
Line 1,481: |
| <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> | | <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> |
| | | |
− | रोगदोषबलापेक्षी मात्राकालाग्निकोविदः | | + | रोगदोषबलापेक्षी मात्राकालाग्निकोविदः | <br /> |
− | शस्त्रकर्माग्निकृत्येषु क्षारमप्यवचारयेत् ||१०७|| | + | शस्त्रकर्माग्निकृत्येषु क्षारमप्यवचारयेत् ||१०७|| <br /> |
| | | |
− | कठिनत्वं व्रणा यान्ति गन्धैः सारैश्च धूपिताः | | + | कठिनत्वं व्रणा यान्ति गन्धैः सारैश्च धूपिताः | <br /> |
− | सर्पिर्मज्जवसाधूपैः शैथिल्यं यान्ति हि व्रणाः ||१०८|| | + | सर्पिर्मज्जवसाधूपैः शैथिल्यं यान्ति हि व्रणाः ||१०८|| <br /> |
| | | |
− | रुजः स्रावाश्च गन्धाश्च कृमयश्च व्रणाश्रिताः | | + | रुजः स्रावाश्च गन्धाश्च कृमयश्च व्रणाश्रिताः | <br /> |
− | शैथिल्यं मार्दवं चापि धूपनेनोपशाम्यति ||१०९|| | + | शैथिल्यं मार्दवं चापि धूपनेनोपशाम्यति ||१०९||<br /> |
| | | |
− | लोध्रन्यग्रोधशुङ्गानि खदिरस्त्रिफला घृतम् | | + | लोध्रन्यग्रोधशुङ्गानि खदिरस्त्रिफला घृतम् | <br /> |
− | प्रलेपो व्रणशैथिल्यसौकुमार्यप्रसाधनः ||११०|| | + | प्रलेपो व्रणशैथिल्यसौकुमार्यप्रसाधनः ||११०|| <br /> |
| | | |
− | सरुजः कठिनाः स्तब्धा निरास्रावाश्च ये व्रणाः | | + | सरुजः कठिनाः स्तब्धा निरास्रावाश्च ये व्रणाः | <br /> |
− | यवचूर्णैः ससर्पिष्कैर्बहुशस्तान् प्रलेपयेत् ||१११|| | + | यवचूर्णैः ससर्पिष्कैर्बहुशस्तान् प्रलेपयेत् ||१११|| <br /> |
| | | |
− | मुद्गषष्टिकशालीनां पायसैर्वा यथाक्रमम् | | + | मुद्गषष्टिकशालीनां पायसैर्वा यथाक्रमम् | <br /> |
− | सघृतैर्जीवनीयैर्वा तर्पयेत्तानभीक्ष्णशः ||११२|| | + | सघृतैर्जीवनीयैर्वा तर्पयेत्तानभीक्ष्णशः ||११२||<br /> |
| <div class="mw-collapsible-content"> | | <div class="mw-collapsible-content"> |
| | | |
− | rōgadōṣabalāpēkṣī mātrākālāgnikōvidaḥ| | + | rōgadōṣabalāpēkṣī mātrākālāgnikōvidaḥ| <br /> |
− | śastrakarmāgnikr̥tyēṣu kṣāramapyavacārayēt||107|| | + | śastrakarmāgnikr̥tyēṣu kṣāramapyavacārayēt||107|| <br /> |
| | | |
− | kaṭhinatvaṁ vraṇā yānti gandhaiḥ sāraiśca dhūpitāḥ| | + | kaṭhinatvaṁ vraṇā yānti gandhaiḥ sāraiśca dhūpitāḥ| <br /> |
− | sarpirmajjavasādhūpaiḥ śaithilyaṁ yānti hi vraṇāḥ||108|| | + | sarpirmajjavasādhūpaiḥ śaithilyaṁ yānti hi vraṇāḥ||108|| <br /> |
| | | |
− | rujaḥ srāvāśca gandhāśca kr̥mayaśca vraṇāśritāḥ| | + | rujaḥ srāvāśca gandhāśca kr̥mayaśca vraṇāśritāḥ| <br /> |
− | śaithilyaṁ mārdavaṁ cāpi dhūpanēnōpaśāmyati||109|| | + | śaithilyaṁ mārdavaṁ cāpi dhūpanēnōpaśāmyati||109|| <br /> |
| | | |
− | lōdhranyagrōdhaśuṅgāni khadirastriphalā ghr̥tam| | + | lōdhranyagrōdhaśuṅgāni khadirastriphalā ghr̥tam| <br /> |
− | pralēpō vraṇaśaithilyasaukumāryaprasādhanaḥ||110|| | + | pralēpō vraṇaśaithilyasaukumāryaprasādhanaḥ||110|| <br /> |
| | | |
− | sarujaḥ kaṭhināḥ stabdhā nirāsrāvāśca yē vraṇāḥ| | + | sarujaḥ kaṭhināḥ stabdhā nirāsrāvāśca yē vraṇāḥ| <br /> |
− | yavacūrṇaiḥ sasarpiṣkairbahuśastān pralēpayēt||111|| | + | yavacūrṇaiḥ sasarpiṣkairbahuśastān pralēpayēt||111|| <br /> |
| | | |
− | mudgaṣaṣṭikaśālīnāṁ pāyasairvā yathākramam| | + | mudgaṣaṣṭikaśālīnāṁ pāyasairvā yathākramam| <br /> |
− | saghr̥tairjīvanīyairvā tarpayēttānabhīkṣṇaśaḥ||112|| | + | saghr̥tairjīvanīyairvā tarpayēttānabhīkṣṇaśaḥ||112|| <br /> |
| | | |
− | rogadoShabalApekShI mAtrAkAlAgnikovidaH | | + | rogadoShabalApekShI mAtrAkAlAgnikovidaH | <br /> |
− | shastrakarmAgnikRutyeShu kShAramapyavacArayet ||107|| | + | shastrakarmAgnikRutyeShu kShAramapyavacArayet ||107|| <br /> |
| | | |
− | kaThinatvaM vraNA yAnti gandhaiH sAraishca dhUpitAH | | + | kaThinatvaM vraNA yAnti gandhaiH sAraishca dhUpitAH | <br /> |
− | sarpirmajjavasAdhUpaiH shaithilyaM yAnti hi vraNAH ||108|| | + | sarpirmajjavasAdhUpaiH shaithilyaM yAnti hi vraNAH ||108|| <br /> |
| | | |
− | rujaH srAvAshca gandhAshca kRumayashca vraNAshritAH | | + | rujaH srAvAshca gandhAshca kRumayashca vraNAshritAH | <br /> |
− | shaithilyaM mArdavaM cApi dhUpanenopashAmyati ||109|| | + | shaithilyaM mArdavaM cApi dhUpanenopashAmyati ||109||<br /> |
| | | |
− | lodhranyagrodhashu~ggAni khadirastriphalA ghRutam | | + | lodhranyagrodhashu~ggAni khadirastriphalA ghRutam | <br /> |
− | pralepo vraNashaithilyasaukumAryaprasAdhanaH ||110|| | + | pralepo vraNashaithilyasaukumAryaprasAdhanaH ||110|| <br /> |
| | | |
− | sarujaH kaThinAH stabdhA nirAsrAvAshca ye vraNAH | | + | sarujaH kaThinAH stabdhA nirAsrAvAshca ye vraNAH | <br /> |
− | yavacUrNaiH sasarpiShkairbahushastAn pralepayet ||111|| | + | yavacUrNaiH sasarpiShkairbahushastAn pralepayet ||111|| <br /> |
| | | |
− | mudgaShaShTikashAlInAM pAyasairvA yathAkramam | | + | mudgaShaShTikashAlInAM pAyasairvA yathAkramam | <br /> |
− | saghRutairjIvanIyairvA tarpayettAnabhIkShNashaH ||112|| | + | saghRutairjIvanIyairvA tarpayettAnabhIkShNashaH ||112||<br /> |
| </div></div> | | </div></div> |
| | | |
Line 1,542: |
Line 1,542: |
| <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> | | <div class="mw-collapsible mw-collapsed"> |
| | | |
− | ककुभोदुम्बराश्वत्थलोध्रजाम्बवकट्फलैः | | + | ककुभोदुम्बराश्वत्थलोध्रजाम्बवकट्फलैः | <br /> |
− | त्वचमाश्वेव गृह्णन्ति त्वक्चूर्णैश्चूर्णिता व्रणाः ||११३|| | + | त्वचमाश्वेव गृह्णन्ति त्वक्चूर्णैश्चूर्णिता व्रणाः ||११३|| <br /> |
| | | |
− | मनःशिलैला [१] मञ्जिष्ठा लाक्षा च रजनीद्वयम् | | + | मनःशिलैला [१] मञ्जिष्ठा लाक्षा च रजनीद्वयम् | <br /> |
− | प्रलेपः सघृतक्षौद्रस्त्वग्विशुद्धिकरः परः ||११४|| | + | प्रलेपः सघृतक्षौद्रस्त्वग्विशुद्धिकरः परः ||११४|| <br /> |
| | | |
− | अयोरजः सकासीसं त्रिफलाकुसुमानि च | | + | अयोरजः सकासीसं त्रिफलाकुसुमानि च | <br /> |
− | करोति लेपः कृष्णत्वं [२] सद्य एव नवत्वचि ||११५|| | + | करोति लेपः कृष्णत्वं [२] सद्य एव नवत्वचि ||११५||<br /> |
| | | |
− | कालीयकनताम्रास्थिहेमकान्तारसोत्तमैः [३] | | + | कालीयकनताम्रास्थिहेमकान्तारसोत्तमैः [३] | <br /> |
− | लेपः सगोमयरसः सवर्णीकरणः परः ||११६|| | + | लेपः सगोमयरसः सवर्णीकरणः परः ||११६||<br /> |
| | | |
− | ध्यामकाश्वत्थनिचुलमूलं लाक्षा सगैरिका | | + | ध्यामकाश्वत्थनिचुलमूलं लाक्षा सगैरिका | <br /> |
− | सहेमश्चामृतासङ्गः कासीसं चेति वर्णकृत् ||११७|| | + | सहेमश्चामृतासङ्गः कासीसं चेति वर्णकृत् ||११७||<br /> |
| | | |
− | चतुष्पदानां त्वग्लोमखुरशृङ्गास्थिभस्मना | | + | चतुष्पदानां त्वग्लोमखुरशृङ्गास्थिभस्मना | <br /> |
− | तैलाक्ता चूर्णिता भूमिर्भवेल्लोमवती पुनः ||११८|| | + | तैलाक्ता चूर्णिता भूमिर्भवेल्लोमवती पुनः ||११८|| <br /> |
| | | |
− | षोडशोपद्रवा ये च व्रणानां परिकीर्तिताः | | + | षोडशोपद्रवा ये च व्रणानां परिकीर्तिताः | <br /> |
− | तेषां चिकित्सा निर्दिष्टा यथास्वं स्वे चिकित्सिते ||११९|| | + | तेषां चिकित्सा निर्दिष्टा यथास्वं स्वे चिकित्सिते ||११९|| <br /> |
| <div class="mw-collapsible-content"> | | <div class="mw-collapsible-content"> |
| | | |
− | kakubhōdumbarāśvatthalōdhrajāmbavakaṭphalaiḥ| | + | kakubhōdumbarāśvatthalōdhrajāmbavakaṭphalaiḥ| <br /> |
− | tvacamāśvēva gr̥hṇanti tvakcūrṇaiścūrṇitā vraṇāḥ||113|| | + | tvacamāśvēva gr̥hṇanti tvakcūrṇaiścūrṇitā vraṇāḥ||113|| <br /> |
| | | |
− | manaḥśilailā [1] mañjiṣṭhā lākṣā ca rajanīdvayam| | + | manaḥśilailā [1] mañjiṣṭhā lākṣā ca rajanīdvayam| <br /> |
− | pralēpaḥ saghr̥takṣaudrastvagviśuddhikaraḥ paraḥ||114|| | + | pralēpaḥ saghr̥takṣaudrastvagviśuddhikaraḥ paraḥ||114|| <br /> |
| | | |
− | ayōrajaḥ sakāsīsaṁ triphalākusumāni ca| | + | ayōrajaḥ sakāsīsaṁ triphalākusumāni ca| <br /> |
− | karōti lēpaḥ kr̥ṣṇatvaṁ [2] sadya ēva navatvaci||115|| | + | karōti lēpaḥ kr̥ṣṇatvaṁ [2] sadya ēva navatvaci||115|| <br /> |
| | | |
− | kālīyakanatāmrāsthihēmakāntārasōttamaiḥ [3] | | + | kālīyakanatāmrāsthihēmakāntārasōttamaiḥ [3] | <br /> |
− | lēpaḥ sagōmayarasaḥ savarṇīkaraṇaḥ paraḥ||116|| | + | lēpaḥ sagōmayarasaḥ savarṇīkaraṇaḥ paraḥ||116|| <br /> |
| | | |
− | dhyāmakāśvatthaniculamūlaṁ lākṣā sagairikā| | + | dhyāmakāśvatthaniculamūlaṁ lākṣā sagairikā| <br /> |
− | sahēmaścāmr̥tāsaṅgaḥ kāsīsaṁ cēti varṇakr̥t||117|| | + | sahēmaścāmr̥tāsaṅgaḥ kāsīsaṁ cēti varṇakr̥t||117|| <br /> |
| | | |
− | catuṣpadānāṁ tvaglōmakhuraśr̥ṅgāsthibhasmanā| | + | catuṣpadānāṁ tvaglōmakhuraśr̥ṅgāsthibhasmanā| <br /> |
− | tailāktā cūrṇitā bhūmirbhavēllōmavatī punaḥ||118|| | + | tailāktā cūrṇitā bhūmirbhavēllōmavatī punaḥ||118|| <br /> |
| | | |
− | ṣōḍaśōpadravā yē ca vraṇānāṁ parikīrtitāḥ| | + | ṣōḍaśōpadravā yē ca vraṇānāṁ parikīrtitāḥ| <br /> |
− | tēṣāṁ cikitsā nirdiṣṭā yathāsvaṁ svē cikitsitē||119|| | + | tēṣāṁ cikitsā nirdiṣṭā yathāsvaṁ svē cikitsitē||119|| <br /> |
| | | |
− | kakubhodumbarAshvatthalodhrajAmbavakaTphalaiH | | + | kakubhodumbarAshvatthalodhrajAmbavakaTphalaiH | <br /> |
− | tvacamAshveva gRuhNanti tvakcUrNaishcUrNitA vraNAH ||113|| | + | tvacamAshveva gRuhNanti tvakcUrNaishcUrNitA vraNAH ||113|| <br /> |
| | | |
− | manaHshilailA [1] ma~jjiShThA lAkShA ca rajanIdvayam | | + | manaHshilailA [1] ma~jjiShThA lAkShA ca rajanIdvayam | <br /> |
− | pralepaH saghRutakShaudrastvagvishuddhikaraH paraH ||114|| | + | pralepaH saghRutakShaudrastvagvishuddhikaraH paraH ||114|| <br /> |
| | | |
− | ayorajaH sakAsIsaM triphalAkusumAni ca | | + | ayorajaH sakAsIsaM triphalAkusumAni ca | <br /> |
− | karoti lepaH kRuShNatvaM [2] sadya eva navatvaci ||115|| | + | karoti lepaH kRuShNatvaM [2] sadya eva navatvaci ||115|| <br /> |
| | | |
− | kAlIyakanatAmrAsthihemakAntArasottamaiH [3] | | + | kAlIyakanatAmrAsthihemakAntArasottamaiH [3] | <br /> |
− | lepaH sagomayarasaH savarNIkaraNaH paraH ||116|| | + | lepaH sagomayarasaH savarNIkaraNaH paraH ||116|| <br /> |
| | | |
− | dhyAmakAshvatthaniculamUlaM lAkShA sagairikA | | + | dhyAmakAshvatthaniculamUlaM lAkShA sagairikA | <br /> |
− | sahemashcAmRutAsa~ggaH kAsIsaM ceti varNakRut ||117|| | + | sahemashcAmRutAsa~ggaH kAsIsaM ceti varNakRut ||117|| <br /> |
| | | |
− | catuShpadAnAM tvaglomakhurashRu~ggAsthibhasmanA | | + | catuShpadAnAM tvaglomakhurashRu~ggAsthibhasmanA | <br /> |
− | tailAktA cUrNitA bhUmirbhavellomavatI punaH ||118|| | + | tailAktA cUrNitA bhUmirbhavellomavatI punaH ||118|| <br /> |
| | | |
− | ShoDashopadravA ye ca vraNAnAM parikIrtitAH | | + | ShoDashopadravA ye ca vraNAnAM parikIrtitAH | <br /> |
− | teShAM cikitsA nirdiShTA yathAsvaM sve cikitsite ||119|| | + | teShAM cikitsA nirdiShTA yathAsvaM sve cikitsite ||119||<br /> |
| </div></div> | | </div></div> |
| | | |
Line 1,624: |
Line 1,624: |
| तत्र श्लोकौ- | | तत्र श्लोकौ- |
| | | |
− | द्वौ व्रणौ व्रणभेदाश्च परीक्षा दुष्टिरेव च | | + | द्वौ व्रणौ व्रणभेदाश्च परीक्षा दुष्टिरेव च | <br /> |
− | स्थानानि गन्धाः स्रावाश्च सोपसर्गाः क्रियाश्च याः ||१२०|| | + | स्थानानि गन्धाः स्रावाश्च सोपसर्गाः क्रियाश्च याः ||१२०|| <br /> |
| | | |
− | व्रणाधिकारे सप्रश्नमेतन्नवकमुक्तवान् | | + | व्रणाधिकारे सप्रश्नमेतन्नवकमुक्तवान् | <br /> |
− | मुनिर्व्याससमासाभ्यामग्निवेशाय धीमते ||१२१|| | + | मुनिर्व्याससमासाभ्यामग्निवेशाय धीमते ||१२१||<br /> |
| <div class="mw-collapsible-content"> | | <div class="mw-collapsible-content"> |
| | | |
| tatra ślōkau- | | tatra ślōkau- |
| | | |
− | dvau vraṇau vraṇabhēdāśca parīkṣā duṣṭirēva ca| | + | dvau vraṇau vraṇabhēdāśca parīkṣā duṣṭirēva ca| <br /> |
− | sthānāni gandhāḥ srāvāśca sōpasargāḥ kriyāśca yāḥ||120|| | + | sthānāni gandhāḥ srāvāśca sōpasargāḥ kriyāśca yāḥ||120|| <br /> |
| | | |
− | vraṇādhikārē sapraśnamētannavakamuktavān| | + | vraṇādhikārē sapraśnamētannavakamuktavān| <br /> |
− | munirvyāsasamāsābhyāmagnivēśāya dhīmatē||121|| | + | munirvyāsasamāsābhyāmagnivēśāya dhīmatē||121|| <br /> |
| </div></div> | | </div></div> |
| | | |