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| ==== Summary ==== | | ==== Summary ==== |
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− | तत्र श्लोकाः- हेतवः पूर्वरूपाणि रूपाण्युपशयस्तथा | | + | तत्र श्लोकाः- |
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| + | हेतवः पूर्वरूपाणि रूपाण्युपशयस्तथा | |
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| सम्प्राप्तिः पूर्वमुत्पत्तिः सूत्रमात्रं चिकित्सितात् ||४२|| | | सम्प्राप्तिः पूर्वमुत्पत्तिः सूत्रमात्रं चिकित्सितात् ||४२|| |
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| ज्वरादीनां विकाराणामष्टानां साध्यता न च | | | ज्वरादीनां विकाराणामष्टानां साध्यता न च | |
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| पृथगेकैकशश्चोक्ता हेतुलिङ्गोपशान्तयः ||४३|| | | पृथगेकैकशश्चोक्ता हेतुलिङ्गोपशान्तयः ||४३|| |
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| हेतुपर्यायनामानि व्याधीनां लक्षणस्य च | | | हेतुपर्यायनामानि व्याधीनां लक्षणस्य च | |
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| निदानस्थानमेतावत् सङ्ग्रहेणोपदिश्यते ||४४|| | | निदानस्थानमेतावत् सङ्ग्रहेणोपदिश्यते ||४४|| |
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| tatra ślōkāḥ- | | tatra ślōkāḥ- |
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| hētavaḥ pūrvarūpāṇi rūpāṇyupaśayastathā| | | hētavaḥ pūrvarūpāṇi rūpāṇyupaśayastathā| |
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| samprāptiḥ pūrvamutpattiḥ sūtramātraṁ cikitsitāt||42|| | | samprāptiḥ pūrvamutpattiḥ sūtramātraṁ cikitsitāt||42|| |
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| jvarādīnāṁ vikārāṇāmaṣṭānāṁ sādhyatā na ca| | | jvarādīnāṁ vikārāṇāmaṣṭānāṁ sādhyatā na ca| |
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| pr̥thagēkaikaśaścōktā hētuliṅgōpaśāntayaḥ||43|| | | pr̥thagēkaikaśaścōktā hētuliṅgōpaśāntayaḥ||43|| |
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| hētuparyāyanāmāni vyādhīnāṁ lakṣaṇasya ca| | | hētuparyāyanāmāni vyādhīnāṁ lakṣaṇasya ca| |
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| nidānasthānamētāvat saṅgrahēṇōpadiśyatē||44|| | | nidānasthānamētāvat saṅgrahēṇōpadiśyatē||44|| |
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| tatra shlokAH- | | tatra shlokAH- |
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| hetavaH pUrvarUpANi rUpANyupashayastathA| | | hetavaH pUrvarUpANi rUpANyupashayastathA| |
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| samprAptiH pUrvamutpattiH sUtramAtraM cikitsitAt||42|| | | samprAptiH pUrvamutpattiH sUtramAtraM cikitsitAt||42|| |
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| jvarAdInAM vikArANAmaShTAnAM sAdhyatA na ca| | | jvarAdInAM vikArANAmaShTAnAM sAdhyatA na ca| |
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| pRuthagekaikashashcoktA hetuli~ggopashAntayaH||43|| | | pRuthagekaikashashcoktA hetuli~ggopashAntayaH||43|| |
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| hetuparyAyanAmAni vyAdhInAM lakShaNasya ca| | | hetuparyAyanAmAni vyAdhInAM lakShaNasya ca| |
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| nidAnasthAnametAvat sa~ggraheNopadishyate||44|| | | nidAnasthAnametAvat sa~ggraheNopadishyate||44|| |
| <div style="text-align:justify;"> | | <div style="text-align:justify;"> |
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| इत्यग्निवेशकृते तन्त्रे चरकप्रतिसंस्कृते निदानस्थाने अपस्मारनिदानं नामाष्टमोऽध्यायः | | | इत्यग्निवेशकृते तन्त्रे चरकप्रतिसंस्कृते निदानस्थाने अपस्मारनिदानं नामाष्टमोऽध्यायः | |
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| निदानस्थानं समाप्तम् ||८|| | | निदानस्थानं समाप्तम् ||८|| |
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| ityagnivēśakr̥tē tantrē carakapratisaṁskr̥tē nidānasthānē | | ityagnivēśakr̥tē tantrē carakapratisaṁskr̥tē nidānasthānē |
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| apasmāranidānaṁ nāmāṣṭamō'dhyāyaḥ||8|| | | apasmāranidānaṁ nāmāṣṭamō'dhyāyaḥ||8|| |
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