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| त्रिफलां कटभीं चव्यं बिल्वमध्यमयोरजः| | | त्रिफलां कटभीं चव्यं बिल्वमध्यमयोरजः| |
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| रोहिणीं कटुकां मुस्तं कुष्ठं पाठां च हिङ्गु च||१८८|| | | रोहिणीं कटुकां मुस्तं कुष्ठं पाठां च हिङ्गु च||१८८|| |
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| मधुकं मुष्ककयवक्षारौ त्रिकटुकं वचाम्| | | मधुकं मुष्ककयवक्षारौ त्रिकटुकं वचाम्| |
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| विडङ्गं पिप्पलीमूलं स्वर्जिकां निम्बचित्रकौ||१८९|| | | विडङ्गं पिप्पलीमूलं स्वर्जिकां निम्बचित्रकौ||१८९|| |
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| मूर्वाजमोदेन्द्रयवान् गुडूचीं देवदारु च| | | मूर्वाजमोदेन्द्रयवान् गुडूचीं देवदारु च| |
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| कार्षिकं लवणानां च पञ्चानां पलिकान्पृथक्||१९०|| | | कार्षिकं लवणानां च पञ्चानां पलिकान्पृथक्||१९०|| |
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| भागान् दध्नि त्रिकुडवे घृततैलेन मूर्च्छितम्| | | भागान् दध्नि त्रिकुडवे घृततैलेन मूर्च्छितम्| |
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| अन्तर्धूमं शनैर्दग्ध्वा तस्मात् पाणितलं पिबेत्||१९१|| | | अन्तर्धूमं शनैर्दग्ध्वा तस्मात् पाणितलं पिबेत्||१९१|| |
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| सर्पिषा कफवातार्शोग्रहणीपाण्डुरोगवान्| | | सर्पिषा कफवातार्शोग्रहणीपाण्डुरोगवान्| |
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| प्लीहमूत्रग्रहश्वासहिक्काकासक्रिमिज्वरान्||१९२|| | | प्लीहमूत्रग्रहश्वासहिक्काकासक्रिमिज्वरान्||१९२|| |
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| शोषातिसारौ श्वयथुं प्रमेहानाहहृद्ग्रहान्| | | शोषातिसारौ श्वयथुं प्रमेहानाहहृद्ग्रहान्| |
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| हन्यात् सर्वविषं [४१] चैव क्षारोऽग्निजननो वरः||१९३|| | | हन्यात् सर्वविषं [४१] चैव क्षारोऽग्निजननो वरः||१९३|| |
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| triphalāṁ kaṭabhīṁ cavyaṁ bilvāmadhyāmayōrajaḥ| | | triphalāṁ kaṭabhīṁ cavyaṁ bilvāmadhyāmayōrajaḥ| |
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| rōhiṇīṁ kaṭukāṁ mustaṁ kuṣṭhaṁ pāṭhāṁ ca hiṅgu ca||188|| | | rōhiṇīṁ kaṭukāṁ mustaṁ kuṣṭhaṁ pāṭhāṁ ca hiṅgu ca||188|| |
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| madhukaṁ muṣkakayavakṣārau trikaṭukaṁ vacām| | | madhukaṁ muṣkakayavakṣārau trikaṭukaṁ vacām| |
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| viḍaṅgaṁ pippalīmūlaṁ svarjikāṁ nimbacitrakau||189|| | | viḍaṅgaṁ pippalīmūlaṁ svarjikāṁ nimbacitrakau||189|| |
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| mūrvājamōdēndrayavān guḍūcīṁ dēvadāru ca| | | mūrvājamōdēndrayavān guḍūcīṁ dēvadāru ca| |
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| kārṣikaṁ lavaṇānāṁ ca pañcānāṁ palikānpr̥thak||190|| | | kārṣikaṁ lavaṇānāṁ ca pañcānāṁ palikānpr̥thak||190|| |
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| bhāgān dadhni trikuḍavē ghr̥tatailēna mūrcchitam| | | bhāgān dadhni trikuḍavē ghr̥tatailēna mūrcchitam| |
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| antardhūmaṁ śanairdagdhvā tasmāt pāṇitalaṁ pibēt||191|| | | antardhūmaṁ śanairdagdhvā tasmāt pāṇitalaṁ pibēt||191|| |
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| sarpiṣā kaphavātārśōGrahaṇī pāṇḍurōgavān| | | sarpiṣā kaphavātārśōGrahaṇī pāṇḍurōgavān| |
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| plīhamūtragrahaśvāsahikkākāsakrimijvarān||192|| | | plīhamūtragrahaśvāsahikkākāsakrimijvarān||192|| |
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| śōṣātisārau śvayathuṁ pramēhānāhahr̥dgrahān| | | śōṣātisārau śvayathuṁ pramēhānāhahr̥dgrahān| |
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| hanyāt sarvaviṣaṁ [41] caiva kṣārō'gnijananō varaḥ||193|| | | hanyāt sarvaviṣaṁ [41] caiva kṣārō'gnijananō varaḥ||193|| |
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| triphalAM kaTabhIM cavyaM bilvamadhyamayorajaH| | | triphalAM kaTabhIM cavyaM bilvamadhyamayorajaH| |
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| rohiNIM kaTukAM mustaM kuShThaM pAThAM ca hi~ggu ca||188|| | | rohiNIM kaTukAM mustaM kuShThaM pAThAM ca hi~ggu ca||188|| |
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| madhukaM muShkakayavakShArau trikaTukaM vacAm| | | madhukaM muShkakayavakShArau trikaTukaM vacAm| |
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| viDa~ggaM pippalImUlaM svarjikAM nimbacitrakau||189|| | | viDa~ggaM pippalImUlaM svarjikAM nimbacitrakau||189|| |
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| mUrvAjamodendrayavAn guDUcIM devadAru ca| | | mUrvAjamodendrayavAn guDUcIM devadAru ca| |
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| kArShikaM lavaNAnAM ca pa~jcAnAM palikAnpRuthak||190|| | | kArShikaM lavaNAnAM ca pa~jcAnAM palikAnpRuthak||190|| |
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