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| ओजस्यविहते पूर्वो हृदि च प्रतिबोधिते | | | ओजस्यविहते पूर्वो हृदि च प्रतिबोधिते | |
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| मध्यमो विहतेऽल्पे च विहते तूत्तमो मदः ||३७|| | | मध्यमो विहतेऽल्पे च विहते तूत्तमो मदः ||३७|| |
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| नैवं विघातं जनयेन्मद्यं पैष्टिकमोजसः | | | नैवं विघातं जनयेन्मद्यं पैष्टिकमोजसः | |
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| विकाशिरूक्षविशदा गुणास्तत्र हि नोल्बणाः ||३८|| | | विकाशिरूक्षविशदा गुणास्तत्र हि नोल्बणाः ||३८|| |
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| ōjasyavihatē pūrvō hr̥di ca pratibōdhitē| | | ōjasyavihatē pūrvō hr̥di ca pratibōdhitē| |
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| madhyamō vihatē'lpē ca vihatē tūttamō madaḥ||37|| | | madhyamō vihatē'lpē ca vihatē tūttamō madaḥ||37|| |
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| naivaṁ vighātaṁ janayēnmadyaṁ paiṣṭikamōjasaḥ| | | naivaṁ vighātaṁ janayēnmadyaṁ paiṣṭikamōjasaḥ| |
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| vikāśirūkṣaviśadā guṇāstatra hi nōlbaṇāḥ||38|| | | vikāśirūkṣaviśadā guṇāstatra hi nōlbaṇāḥ||38|| |
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| ojasyavihate pUrvo hRudi ca pratibodhite | | | ojasyavihate pUrvo hRudi ca pratibodhite | |
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| madhyamo vihate~alpe ca vihate tUttamo madaH ||37|| | | madhyamo vihate~alpe ca vihate tUttamo madaH ||37|| |
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| naivaM vighAtaM janayenmadyaM paiShTikamojasaH | | | naivaM vighAtaM janayenmadyaM paiShTikamojasaH | |
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| vikAshirUkShavishadA guNAstatra hi nolbaNAH ||38|| | | vikAshirUkShavishadA guNAstatra hi nolbaNAH ||38|| |
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